वतन के हर शहीदों को मेंरा नमन,
जिसने माँ भारती के लिए,लुटाया है अपना चमन,
राह तकती रही घर पर,माँ-बेटी-बहन,
खोलकर भी ना आए जो,अपने नयन,
वतन के हर शहीदों को मेंरा नमन,
जिसने सींचा लहू से है,प्यारा वतन,
चल दिए ओढ़कर जो तिरंगा कफ़न,
लाज रख ली जो माँ की,करके लाखों जतन,
वतन के हर शहीदों को मेंरा नमन,
चल दिए ओढ़कर जो तिरंगा कफ़न|
बजरंगी लाल यादवदीदारगंज,आजमगढ़, उत्तर प्रदेश