सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उ०प्र०)
ऐसे बढायें इम्युनिटी - आलेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
बुधवार, अगस्त 19, 2020
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी होता है, जिससे आप दैनिक पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा कर पाएं, इससे पोषण संबंधित कमियों से बचने में मदद मिलेगी और प्रतिरक्षा तंत्र को उत्तम बनाने में मदद मिलेगी।
संतुलित आहार के लिए भोजन में साबुत अनाज ,छिलके वाली दालें, रंग बिरंगी सब्जियां व फल शामिल करें ।दूध व दूध से बने पदार्थ नियमित अंतराल पर लेने चाहिए ।
उत्तम गुणवत्ता की बसाका प्रयोग करें ,साथ में थोड़ी मात्रा में बादाम अखरोट या मूंगफली शामिल करें। 2 से 3 लीटर पानी रोज पिएं।
रोग प्रतिरोधक को बेहतर करने के लिए इन 9 चीजों का विशेष प्रयोग करें जिससे काफी लाभ मिलेगा।
दो से 3 लीटर जल, तुलसी, योग, अंकुरित अनाज,चोकर सहित अनाज रसदार फल, दूध, हरी सब्जियां और हँसना, यह बढ़ाते हैं मुख्य रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता।
हल्दी वाला दूध व लहसुन भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है।
चाय में ग्रीन टी लेते हैं तो सबसे बेहतर है सादा चाय भी अगर पीते हैं तो उसमें इलायची, काली मिर्च, तुलसी, अदरक मिलाकर सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी बेहतर होती है।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपको स्वस्थ जीवन शैली को चुनना होगा एवं सामान्य स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा जो प्रतिरोधक क्षमता के साथ-साथ आपके शरीर के हर हिस्से को बेहतर बनायेगा।
इन सुझावों की मदद से बेहतर तरीके से शरीर बेहतर तरीके से कार्य करना शुरू कर देगा।
हमारे भोजन में शामिल कुछ पोषक तत्वों से इम्यूनसिस्टम को सुधारा जा सकता है।
विटामिन ए व बिटामिन ई जो कि एक प्रकार के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो सूजन को रोकते हैं साथ में शरीर में रोगों से लड़ने वाले कोशिकाओं को बढ़ाते हैं ।विटामिन ए के लिए गाजर, पीले लाल शिमला मिर्च, कद्दू शकरकंद, आम, संतरा, पपीता, खरबूजा, दूध, दही, पनीर का सेवन करें। विटामिन ई की आपूर्ति बादाम, मूंगफली, सूरजमुखी के कद्दू के बीज सोयाबीन के तेल बादाम के तेल सरसों ब्रोकली के सेवन से होगी। विटामिन सी मे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर में होने वाली से क्षति से बचाते हैं। यह नींबू,सन्तरा, टमाटर ,हरी मिर्च, शिमला मिर्च में पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को काफी बढ़ा देते हैं।
कई रिसर्च से पता चला है कि विटामिन डी वायरल संक्रमण को रोकने में लाभदायक साबित होता है ये मशरूम में काफी मात्रा में पाया जाता है एवं सुबह की धूप में 20 मिनट बैठने से विटामिन डी प्राप्त होता है।
आयरन की कमी से बहुत दिक्कते आ जाती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती हैं। आयरन पालक, ब्रोकली साबुत अनाज, सेम, मटर अंकुरित अनाज ,खजूर तथा मांस में पाए जाते हैं। एवं लोहे के बर्तन में खाना बनाने से भी आयरन शरीर में पहुंच जाता है। इसके अलावा ओमेगा-3, सेलेनियम, जिंक भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने के लिए जरूरी है जो कि मछली के तेल, सोयाबीन के तेल, में पाए जाते हैं ये इम्यून को मजबूत बनाते हैं।
लेकिन इन सब आवश्यक तत्वों को संतुलित मात्रा में लेना ही सही है क्योंकि कोई भी चीज ज्यादा या कम होगी तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बिगड़ जाएगी, संतुलन बिगड़ जाएगा, इसलिए संतुलित आहार लेना जरूरी होता है।
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