जीवन उसका धन्य है, करे राष्ट्र कल्याण।।१।।
आज हुआ जीवन सफल , देकर निज बलिदान।
लाज रखी माँ भारती , जिसका था अहसान।।२।।
नित भारत के मान में , जन्म धरा सौ बार।
रक्षा करता निज वतन , मरूँ जन्म उद्धार।।३।।
ध्वजा तिरंगा शान में , शत शत दूँ बलिदान।
वीरगति पाना कठिन , शत्रु दमन सम्मान।।४।।
पुनः चुकाया ऋण वतन , जीत शत्रु दी ज़ान।
अमन सुरक्षा राष्ट्र की , था जीवन अरमान।।५।।
स्वीकारो अंतिम नमन , धीर वीर माँ पूत।
क्षमा करो माँ भारती , भूल चूक जो भूत।।६।।
धन्य धन्य मैं जा रहा , अमरगीत बन देश।
सदा सुरक्षित राष्ट्र हो , प्राण दान संदेश।।७।।
रोना मत जन मन वतन , जीया मैं परमार्थ।
अवसर पा रक्षा वतन , न्यौछावर तज स्वार्थ।।८।।
याद रखो कुर्बानियाँ , भारत माँ सम्मान।
जीओ जीवन राष्ट्र हित , देशभक्ति पहचान।।९।।
श्रद्धाञ्जलि सादर नमन , कविरा भाव विभोर।
मुरझाये कुछ फिर कुसुम, भारत माँ चितचोर।।१०।।
डॉ. राम कुमार झा "निकुंज" - नई दिल्ली