तुमको यह शीश नमन करता है।
लाज रखी भारत माता की,
कुछ ॠण मुझपर भी बनता है।।
भारत माँ के वीर ---------------।।
भारत की यह धन्य धरा है,
वह धन्य तुम्हारी माता है।
इस माटी की लाज बचा ली,
यह सब इतिहास बताता है।।
भारत माँ के वीर ------------।।
जो मरते है देश धर्म पर,
वह अमर पूत कहलाता है।
जब आती है याद तुम्हारी,
आँखो से नीर छलक जाता है।।
भारत माँ के वीर -------------।।
राहुल सिंह "शाहावादी" - जनपद, हरदोई (उत्तर प्रदेश)