सच्चे दोस्त की महत्ता - कविता - सुनीता रानी राठौर

प्रेम और त्याग से बंधी दोस्ती,
विश्वास भरोसे पर टिकी दोस्ती।
जो जीवन में घोले रस मिठास, 
प्यारा सा एहसास है दोस्ती।

होठों पे मुस्कुराहट लाए दोस्ती,
जिंदगी को जन्नत बनाए दोस्ती।
दोस्त बिना लगे जीवन अधूरा,
रिश्तों की कमी दूर करे दोस्ती।

दीपक सा जल कर उजाला लाये,
हृदय से बुराइयों को वो दूर भगाए।
पतवार बन जीवन नैया पार लगाए,
खुशी गम में सर्वदा वो साथ निभाए।

दोस्त वही जो सही राह दिखाए,
चेहरे पर जो मुस्कराहट बिखराए।
विपत्ति में कभी न उपहास उड़ाए,
कंटीले मार्ग पर सदा साथ निभाए।

सच्चा दोस्त आशा का दीप जलाये,
मंझधार में फंसे जब किनारा लगाए।
बुरी संगत से हमें निकाल लाये बाहर,
अधिकार से डांट वो सही मार्ग बताए।

मैं न चाहूं कभी वह हां में हां मिलाये।
मैं न चाहूं वह स्वार्थ से जुड़ता जाये।
निष्कपट भाव से बना रहे दोस्त मेरा।
जीवन में हर कदम पर साथ निभाए।

सुनीता रानी राठौर - ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश)

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