समुन्द्र सिंह पंवार - रोहतक (हरियाणा)
नारी सृजनहार - गीत - समुन्द्र सिंह पंवार
सोमवार, मार्च 08, 2021
करियो नारी का सत्कार।
है ये नारी सृजन हार।।
है ये नारी जग की जननी,
इस बिन सृष्टि नहीं चलनी,
इस बिन सूना है संसार।
करियो नारी का सत्कार।।
नहीं इसका कोई सानी,
सदा देती ये क़ुर्बानी,
लेती अपने मन को मार।
करियो नारी का सत्कार।।
जहाँ इसका होता आदर,
वो जगह हो स्वर्ग बराबर,
वहाँ तो बसते हैं करतार।
करियो नारी का सत्कार।।
तुम सुन लो खोलकर कान,
इसका मत करियो अपमान,
ये है जीवन का आधार।
करियो नारी का सत्कार।।
कहाँ तक इसकी महिमा गाऊँ,
इतने शब्द कहाँ से लाऊँ,
इतना ज्ञानी नहीं पंवार।
करियो नारी का सत्कार।।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर