अंकुर सिंह - चंदवक, जौनपुर (उत्तर प्रदेश)
याद रखना ये बात - कविता - अंकुर सिंह
सोमवार, अप्रैल 19, 2021
मन में है एक चहक,
हो हममें प्रेम की महक।
ना हो दौलत, ना हो चाँदी,
हो पर खुशियों की लहक।
मन में ना हो कोई कसक,
सुख शांति संग प्यार हो।
मिले मुझे एक और जन्म,
यदि तुझ जैसा मेरा यार हो।
उम्मीदों के है कच्चे धागे,
तोड़ उन्हे ना तुम देना।
यदि हो जाए भूल मुझसे,
तो रिश्ता तोड़ ना लेना।।
मेरा मन है सदियों से प्यासा,
मिल उसे तुम बुझा जाना।
लगे मैं भटकूँ प्रेम पथ से,
कान मरोड़ वापस ला देना।।
थोड़ा गुस्सा, अधिक प्रेम देना,
स्नेह डोरी से मुझे बाँध लेना।
यदि लगे मैं भटका यहाँ वहाँ,
हाथ पकड़ वापस ला देना।।
पहली मिलन के प्रेम पल से,
अंतिम जीवन के क्षण तक।
देना हर तुम पल साथ मेरा।
याद रखना तुम ये बात मेरा।।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर