सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
शुभकामना - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
सोमवार, जून 28, 2021
उम्र तुम्हारी लंबी होवे,
ख़ुशियों का अहसास रहे।
ग़म कोई भी पास न आए,
शीश प्रभू का हाँथ रहे।
आसमान में लाखों तारे,
तुम धरती के एक सितारे।
जीवन की हर ख़ुशी मुबारक,
हम सबके तुम राज दुलारे।
परम् पिता की सदा दुआ हो,
जीवन पथ मंज़िल पाए।
सारी ख़ुशियाँ बन सौग़ातें,
सुख के सुन्दर दीप जलाएँ।
साँसों की शाखों पर नए गुलाब खिले,
जीवन की हर आस सहारा पा जाए।
आँधी बन जाए भीनी सी ख़ुशबू,
सपनो की हर नाव किनारा पा जाए।
भरी रहें ख़ुशियों से झोली,
कभी न दामन खाली हो।
होली जैसे दिवस तुम्हारे,
रातें शुभ दीवाली हो।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर