नागेन्द्र नाथ गुप्ता - मुंबई (महाराष्ट्र)
इतना मत इतराता चल - ग़ज़ल - नागेन्द्र नाथ गुप्ता
सोमवार, सितंबर 27, 2021
अरकान : फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ा
तक़ती : 22 22 22 2
इतना मत इतराता चल,
आँख नहीं मटकाता चल।
जो करना है आज करें,
काम नहीं टरकाता चल।
सेवा-पानी पूजा से,
धंधा भी चमकाता चल।
ज़्यादा उड़ना ठीक नहीं,
रिश्ते मत चटकाता चल।
सच तो झूठ नहीं बनता,
ख़ुद को मत भरमाता चल।
प्यार मुहब्बत से सचमुच,
लोगों को महकाता चल।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर