रमाकान्त सोनी 'सुदर्शन' - झुंझुनू (राजस्थान)
श्याम की बाँसुरी मुझे पुकारे - गीत - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
शुक्रवार, अगस्त 19, 2022
धूम मची जमुना किनारे, श्याम की बाँसुरी मुझे पुकारे।
राधा के घनश्याम प्यारे, मीरा के प्रिय मोहन दुलारे।
जय गोविंदा जय गोविंदा 2
केशव माधव नटवर नागर, अधरो पे मुरली साजे।
रुनक झुनक बाजे पैजनिया, मोहक धुन बंसी बाजे।
गोवर्धनधारी की लीला प्यारी, लगती हमको नंदा।
यशोदा के राज दुलारे, गोकुल मोर मुकुट चंदा।
जय गोविंदा जय गोविंदा 2
नटखट श्याम बिहारी देखूँ, छवि तिहारी मनमोहक।
कृष्ण कन्हैया दौड़े आजा, हृदय फुलवारी रही महक।
सारी दुनिया का रखवाला, पूजन करती है नित वृंदा।
ख़ुशियों का खजाना कान्हा, गिरधर गोपाला गोविंदा।
जय गोविंदा जय गोविंदा 2
श्याम की बाँसुरी मुझे पुकारे, राधा दौड़ी यमुना किनारे।
आ गए अब घनश्याम हमारे, खुल गए हैं भाग्य हमारे।
साँवली सूरत मोहनी मूरत, नयन दमक रहे ज्यो चंदा।
चक्र सुदर्शन धारी माधव, नटखट जग करता आनन्दा।
जय गोविंदा जय गोविंदा 2
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर