दावा - कविता - विक्रांत कुमार
मंगलवार, अगस्त 08, 2023
भूलना सुनियोजित हादसा है
और
याद करना प्रायोजित षड्यंत्र है
हमें नहीं पता कि–
हम हादसे का शिकार होने वाले हैं
या
षड्यंत्र का भुक्तभोगी
हाँ, यह दावा है
कि अछूता कोई ना बच पाएगा।
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