सहज होना - कविता - संजय राजभर 'समित'

सहज होना - कविता - संजय राजभर 'समित' | Hindi Kavita - Sahaj Hona - Sanjay Rajbhar Samit. मानव और ईश्वर पर कविता
सहज रहना 
बहुत ही मुश्किल काम है 
हर वक्त 
काम, क्रोध, मोह, लोभ, तृष्णा से 
लड़ना पड़ता है,
एक ईश्वर 
और एक मानव में 
बस एक यही फ़र्क़ है।


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