बहनों की मोहब्बत की है अज़्मत की अलामत, राखी का है त्यौहार मोहब्बत की अलामत। - मुस्तफ़ा अकबर |
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा, अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा। - मुनव्वर राना |
या रब मिरी दुआओं में इतना असर रहे, फूलों भरा सदा मिरी बहना का घर रहे। - अज्ञात |
बहन की इल्तिजा माँ की मोहब्बत साथ चलती है, वफ़ा-ए-दोस्ताँ बहर-ए-मशक़्कत साथ चलती है। - सय्यद ज़मीर जाफ़री |
ज़िंदगी भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए, भाई के हाथ पे इक बहन ने राखी बाँधी। - अज्ञात |
राखियाँ ले के सिलोनों की बरहमन निकलें, तार बारिश का तो टूटे कोई साअत कोई पल। - मोहसिन काकोरवी |
आस्था का रंग आ जाए अगर माहौल में, एक राखी ज़िंदगी का रुख़ बदल सकती है आज। - इमाम आज़म |
बहन का प्यार जुदाई से कम नहीं होता, अगर वो दूर भी जाए तो ग़म नहीं होता। - अज्ञात |