नववर्ष आंग्ल मंगलमय हो - कविता - समीर द्विवेदी 'नितान्त'

नववर्ष आंग्ल मंगलमय हो - कविता - समीर द्विवेदी 'नितान्त' | New Year Kavita - Nav Varsh Aangl Mangalmay Ho. New Year Hindi Poetry | नववर्ष पर कविता
हो आंग्ल वर्ष भी मंगलमय,
अपना है चैत्र प्रतिपदा समय।
चलना है वक्त के साथ-साथ,
जारी हैं व्यवस्थाएँ यह द्वय॥

है मान्य वही स्वीकार भी यह,
सच ये जीवन आधार भी यह।
वो आन मेरी पहचान मेरी,
पर जीवन का सहकार भी यह॥

इस लिए बधाई है सबको,
नववर्ष आंग्ल मंगलमय हो।

सब स्वस्थ और सानन्द रहें,
प्रभु राम सभी पर कृपा करें॥

समीर द्विवेदी 'नितान्त' - कन्नौज (उत्तर प्रदेश)

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