भारत का प्राकृतिक सौंदर्य - मनहरण घनाक्षरी छंद - राहुल राज

भारत का प्राकृतिक सौंदर्य - मनहरण घनाक्षरी छंद - राहुल राज | Deshbhakti Manharan Ghanakshari Chhand - Bharat Ka Prakritik Saundarya
भारत निराला देश, देश में हैं सभी वेश,
वेश भूसा जैसे संग, रंग की तरंग है।

देश है कृषि प्रधान, धान गेहूँ पहचान,
तान सीना खलियान, दान की उमंग है।

नदियों में रेवा गंग, शिन्धु कावेरी संग,
दो सौ नदियों के रंग, वहें संग संग है।

शिखर छूता आकाश, तुंग हिमालय ख़ास,
बिंध्यांचल का है बास, जग देख दंग है।

राहुल राज - गोटेगांव, नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश)

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