राहुल राज - गोटेगांव, नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश)
मुख्य पृष्ठ
घनाक्षरी छंद
छंद
देशभक्ति
भारत
भारत का प्राकृतिक सौंदर्य - मनहरण घनाक्षरी छंद - राहुल राज
भारत का प्राकृतिक सौंदर्य - मनहरण घनाक्षरी छंद - राहुल राज
रविवार, जनवरी 26, 2025
भारत निराला देश, देश में हैं सभी वेश,
वेश भूसा जैसे संग, रंग की तरंग है।
देश है कृषि प्रधान, धान गेहूँ पहचान,
तान सीना खलियान, दान की उमंग है।
नदियों में रेवा गंग, शिन्धु कावेरी संग,
दो सौ नदियों के रंग, वहें संग संग है।
शिखर छूता आकाश, तुंग हिमालय ख़ास,
बिंध्यांचल का है बास, जग देख दंग है।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर