हमने फहराकर तिरंगा कर दिया ऐलान है - ग़ज़ल - समीर द्विवेदी 'नितान्त'

हमने फहराकर तिरंगा कर दिया ऐलान है - ग़ज़ल - समीर द्विवेदी 'नितान्त' | Deshbhakti Ghazal - Humne Fahraakar Tiranga Kar Diya Elaan Hai
हमने फहराकर तिरंगा कर दिया ऐलान है
देख लो दुनिया ये ताक़त है हमारी शान है

है हमें इश्क़-ए-वतन इस पर ये जाँ क़ुर्बान है
हिन्द ही तो शान है ये हिन्द ही तो आन है

इसकी रक्षा के लिए पहला क़दम होगा मेरा
ज़िंदगी के वास्ते पहला यही सम्मान है

कोई भी नापाक मनसूबा सफल हरगिज़ न हो
इस ज़मीं पर ए मेरे हमराह रखना ध्यान है

थाम तो तुमने लिया ये ध्वज मगर रखना ख़याल
देश की ये आन है ये देश का सम्मान है

हिन्द मेरे राम का है धाम पावन भूमि है
इस के कण-कण में भरा गीता का दुर्लभ ज्ञान है

समीर द्विवेदी 'नितान्त' - कन्नौज (उत्तर प्रदेश)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos