समीर द्विवेदी 'नितान्त' - कन्नौज (उत्तर प्रदेश)
हमने फहराकर तिरंगा कर दिया ऐलान है - ग़ज़ल - समीर द्विवेदी 'नितान्त'
रविवार, जनवरी 26, 2025
हमने फहराकर तिरंगा कर दिया ऐलान है
देख लो दुनिया ये ताक़त है हमारी शान है
है हमें इश्क़-ए-वतन इस पर ये जाँ क़ुर्बान है
हिन्द ही तो शान है ये हिन्द ही तो आन है
इसकी रक्षा के लिए पहला क़दम होगा मेरा
ज़िंदगी के वास्ते पहला यही सम्मान है
कोई भी नापाक मनसूबा सफल हरगिज़ न हो
इस ज़मीं पर ए मेरे हमराह रखना ध्यान है
थाम तो तुमने लिया ये ध्वज मगर रखना ख़याल
देश की ये आन है ये देश का सम्मान है
हिन्द मेरे राम का है धाम पावन भूमि है
इस के कण-कण में भरा गीता का दुर्लभ ज्ञान है
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर