न हो आशाएँ, जहाँ न हो विश्वास - कविता - राजेन्द्र कुमार मंडल

न हो आशाएँ, जहाँ न हो विश्वास - कविता - राजेन्द्र कुमार मंडल | Hindi Motivational Poem - Rajendra Kumar Mandal | प्रेरणादायक कविता
न हो आशाएँ, जहाँ न हो विश्वास,
न उन्माद जीवन में फिर क्या आभास?
ध्येय अगर जीवन की हो मोक्ष प्राप्ति की,
हे प्राणी कर्मगुणी, त्याग मोह माया संगति की।

राजेन्द्र कुमार मंडल - सुपौल (बिहार)

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