देखो! ऐसा है हमारा बिहार - कविता - आलोक कौशिक

देखो! ऐसा है हमारा बिहार - कविता - आलोक कौशिक | Hindi Kavita - Dekho Aisa Hai Hamara Bihar - Alok Kaushik. Hindi Poem about Bihar. बिहार पर कविता
सकारात्मक सोच यहाँ की
हृदय में करूणा और प्यार
संघर्ष का साहस यहाँ पर
कभी ना होती हौसलों की हार
देखो! ऐसा है हमारा बिहार

नयनाभिराम नदियाँ देखो
फ़सलों से खेतों का शृंगार
ग्रीष्म, शरद, वसंत आते
वर्षा भी होती है मूसलाधार
देखो! ऐसा है हमारा बिहार

परम ज्ञान की प्राप्ति होती
बहती यहाँ बुद्धि की बयार
प्रेम हो तो पर्वत कट जाता
सीखा है यहीं से सारा संसार
देखो! ऐसा है हमारा बिहार

सारे रंगों का सम्मिलन यहाँ
भाईचारे का सुन्दर आकार
लाजवाब लोकगीत यहाँ के
विश्वप्रसिद्ध यहाँ के त्यौहार
देखो! ऐसा है हमारा बिहार

दुश्मनों से डरते नहीं हैं
करते नहीं पीछे से प्रहार
यहीं से यह भी तय होता है
देश में हो किसकी सरकार
देखो! ऐसा है हमारा बिहार

आलोक कौशिक - बेगूसराय (बिहार)

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