गुल ऐसे मोहब्बत के खिले होली में - रुबाई - सैय्यद शारिक़ 'अक्स'

गुल ऐसे मोहब्बत के खिले होली में - रुबाई - सैय्यद शारिक़ 'अक्स' | Rubaai - Gul Aise Mohabbat Ke Khile Holi Mein - Sayyed Shariq. होली पर रुबाई
गुल ऐसे मोहब्बत के खिले होली में
सब प्यार के रंगों में ढले होली में
आपस के सभी शिकवे भुलाके ऐ 'अक्स'
मिल जाते हैं दुश्मन भी गले होली में

सैय्यद शारिक़ 'अक्स' - शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश)

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