संदेश
आकुलता - गीत - सुशील कुमार
सघन गहन सम प्रेम भुवन में अगणित बार जताए तुम आशाओं का मेरा सूरज डुबता देख न पाए तुम अक्षत अक्षत मेरे सपने रंग प्यार का हल्दी में शहनाई…
अधूरी तस्वीर - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
भौतिक विलास अभिलाष हृदय जीवन सौग़ात समझता है। भागमभागी पल पल अविरत अधूरी तस्वीर सुहाती है। यथार्थ विरत चरितार्थ समय मृगतृष्णा में खो ज…
प्रेम कोई व्यापार नहीं है - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
प्रेम कोई व्यापार नहीं है, अन्तर्मन का भावामृत है। निर्मल शीतल गूंजित हियतल, आँखों में भाव सृजित है। तन मन धन अर्पण जीवन पल, नव वसन्त …
बुद्धि विवेक सृजन की देवी - गीत - उमेश यादव
बुद्धि विवेक सृजन की देवी, ज्ञान का विस्तार है। प्रज्ञा माता, माँ गायत्री, आपकी जय जय कार है॥ नवयुग की अरुणोदय वेला, नवल सृजन का शंख ब…
साजन आ जाओ - गीत - सुशील कुमार
लगे इक, दिन है बरस हज़ार कि साजन आ जाओ एक बार होठ की लाली कान का झुमका यौवन भरी हिलोरे साजन तेरे बिना ये सारा फीका है शृंगार कि साजन आ …
हूँ लाल इस माटी का - गीत - हिमांशु चतुर्वेदी 'मृदुल'
मातृभूमि की ख़ातिर, हाँ कुछ भी कर जाऊँगा। रहा अब तक था बेनामी, शान वतन की बढ़ाऊँगा। बनके काल रिपुदल का, पताका तिरंगा फहराऊँगा। हूँ लाल …
गणतंत्र तिरंगा प्यारा है - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
भारत मेरे प्राण समझ लो, भारत ही पौरुष मेरा है। देवों ऋषि सन्तों की धरती, नव शौर्य शक्ति जय धारा है। हरित क्रांति ऊर्जा भू उर्वर, कोषाग…
आ कर तो देखो - गीत - प्रमोद कुमार
सृजन के प्रेमगीत गाकर तो देखो, कभी गाँव मेरे आ कर तो देखो। धरती को चुनर धानी सरसों ओढ़ाए, सूरज की लाली जैसे बिंदिया सजाए, उन्नत हो वक्…
मेरे दिल की बस्ती में - गीत - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
फ़ुर्सत हो तो आ जाना तुम मेरे दिल की बस्ती में। मैं राही हूँ बहारों का तुम बैठ जाना मेरी कश्ती में। मेरे दिल की बस्ती में मधुर तराने गी…
आओ बैठो पल-दो-पल - गीत - प्रमोद कुमार
मेरा पहला प्यार तुम्हीं थे, जीवन का आधार तुम्हीं थे, चंपा-कुसुम-चमेली जैसी, मधुमय रस-शृंगार तुम्हीं थे। पर छोटी-सी बात को लेकर जिस दिन…
मंगलमय हो नवल वर्ष यह - गीत - उमेश यादव
नव प्रभात की दिव्य रश्मियाँ, जगती का कल्याण करे। मंगलमय हो नवल वर्ष यह, नवल विश्व निर्माण करें॥ युद्ध विभीषिका ने इस जग में, हाहाकार…
नव वर्ष नव संकल्प - गीत - सुशील कुमार
नूतन प्रभात नूतन किसलय, नूतन रश्मियों का डेरा हो, नूतन हैं वर्ष दिवस नूतन, नूतन ख़ुशियों का बसेरा हो॥ जो भी है टीस विगत क्षण की, उन सबक…
नया साल मनाने वाले हैं - गीत - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
नई आशाओं के दीप सजा हम गाने वाले हैं, नई साल की ख़ुशियों के गीत सुनाने वाले हैं। नया साल मनाने वाले हैं॥ झूम-झूम कर मस्ती में हम जश्न म…
नववर्ष की शुभकामना - गीत - सूर्य प्रकाश शर्मा 'सूर्या'
हे प्रभु! नव वर्ष में गिरते हुओं को थामना। है यही नव वर्ष की मंगलमयी शुभकामना॥ भूख से पीड़ित शिशु, जिनको नहीं मिलता निवाला। जिसने सड़क…
एक और साल फिर से गुज़र गया - गीत - हिमांशु चतुर्वेदी 'मृदुल'
कुछ मन में रह गया मलाल, कभी मचाया ख़ूब धमाल यादों का एक और क़ाफ़िला, फिर मन से निकल गया कुछ अनसुलझे सवाल, तो कुछ सुलझते जवाब दे गया हाँ…
अपूर्ण नव वर्ष - गीत - सुशील कुमार
किंचित मन में उत्कर्ष नहीं, ये हो सकता नव वर्ष नहीं है स्याह धुँध से भरी रात ख़ुशियों की कोई नहीं बात धरती अम्बर ये दसों दिशा हर एक मुझ…
राम बसे है सबके मन में - गीत - अजय कुमार 'अजेय'
तेरे तन में और मेरे तन में। राम बसे है सबके मन में॥ जल में, थल में और गगन में, अंतरिक्ष में, अग्नि पवन में, औषधि-वनस्पति, वन-उपवन में,…
पछतावा - गीत - संजय राजभर 'समित'
आज बहुत पछताता हूॅं मैं, नाहक उसे रुलाया था। वो थी सच्ची प्रेम दिवानी, आख़िर क्यों ठुकराया था? लिए निवेदन घुटनों के बल, बाॅंवरी गिड़गिड…
मेरा मध्यप्रदेश - गीत - सुशील शर्मा
सदा वत्सले रत्न सुगर्भा मेरा मध्यप्रदेश। मातु नर्मदा इसकी रक्षक यह है रम्य निकुंज। भारत का यह हृदय सुकोमल स्वर्णपुष्प रवि पुंज। भाषा ब…
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर