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विधा/विषय "डायरी"
अतीत भी अधूरी वर्तमान भी अधूरा - डायरी - शेखर कुमार रंजन
शुक्रवार, दिसंबर 04, 2020
दिल मचल गया था यार वो इतनी चंचल जो थी छोटी छोटी बातों पर उसका खिलखिलाकर हँस उठना मेरे दिल में उसके लिए प्यार का एक आनन्दमय अहसास पल गई…
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