संदेश
इश्क़ और अश्क - कविता - बृज उमराव
इश्क़ के अश्क जो आँखों में, भाव न इनका पढ़ पाया। असमंजस में दो राहे पर, राह न अपनी चुन पाया।। आँखों से लुढ़क कर गालों में, इक स्याह लकी…
अश्क - कविता - अर्चना कोहली
आँसुओं संग हमारा अजीब सा रिश्ता है, ग़म हो या ख़ुशी बहने को बेताब रहता है। दुख से जब दिल हमारा भारी हो जाता है, तब आँसू ही शांत हमारा मन…
ख़ुशी के आँसू - कविता - रमाकांत सोनी
ख़ुशियों के बादल मँडराए हृदय गदगद हो जाए, भावों के ज्वार उमड़े ख़ुशियों से दिल भर आए। नैनों में ख़ुशी के आँसू मोती बनकर आ जाते हैं, हर्षि…
आँसू - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
आँसुओं की भी अजब कहानी है, कहने को तो पानी है पर ग़म और ख़ुशी दोनों ही इसकी कहानी है। आँसू दु:खों का बोझ कम कर देते हैं, ख़ुशी में भी आँस…
अश्रु भी बनता जा रहा पानी - कविता - कानाराम पारीक "कल्याण"
जीवन की इस भागमभाग में, संवेदनाएं बन चुकी निर्जीव कहानी। अपने अपनों से ही विमुख हुए, अश्रु भी बनता जा रहा पानी। स्वार्थ के हैं सब …
पर! कोई बात नही - कविता - प्रवीन "पथिक"
वेदना जगी! हृदय में वेदना जगी। मार पड़ी! ग़मों की मार पड़ी। विरान हो गया; सारा संसार। फिर एक बार, बारिश के थपेड़ों की झाड़ पड़ी। सपनें…
अभिलाष कहाँ आँसू जीवन - कविता - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
गरीबी के आँसू की धारा, अविरत प्रवहित अवसाद कहे। लोकतन्त्र नेता का नारा, दीन हीन स्वयं हमराह कहे। रनि…
मेरा लहू तेरा अश्क़ - कविता - शेखर कुमार रंजन
मै अपना लहू जलाकर, तेरा अश्क़ लिखता रहा तब जाकर जमाने को, तेरा दर्द दिखता रहा। मैने अपने रक्त से, तेरी कहानी लिखा है तब जाकर ज…
खुशी के आँसू - संस्मरण - सुषमा दीक्षित शुक्ला
बात उन दिनों की है ,जब मेरा चयन बतौर अध्यापिका एक ऐसे विद्यालय में हुआ जो पहले से शिक्षक विहीन हुआ करता था। अतः मैं उस विद्यालय की …
तेरे आँसू के मोती को ,यूँ जवाब लिख दूंगा - कविता - मयंक कर्दम
तेरे आँसू के मोती को ,यूँ जवाब लिख दूंगा।। चाहती हो अगर मुझको तो स्वभाब लिख दूंगा।। दस्तक देता है दिल मेरा ,तेरा पैगाम अधुरा…
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