संदेश
होली - कुण्डलिया छंद - सुशील शर्मा
1 फागुन लिखे कपोल पर, प्रेम फगुनिया गीत। दहके फूल पलाश के ,कहाँ गए मन मीत॥ कहाँ गए मन मीत, फगुनिया हवा सुरीली। भौरों की गुंजार, हँसे म…
होली का त्यौहार - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
धर्म सनातन पर्व शुभ, होली का त्यौहार। धवल रक्त पीला हरित, फागुन रंग बयार॥ भारत जन उल्लास मन, फागुन होली रंग। भींगे रंगों से वदन, गुलशन…
शिव विवाह शिवरात्रि में - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज' | महाशिवरात्रि पर दोहे
महशिवरात्रि पर्व शुभ, पावन फागुन मास। गौरी शिव परिणय दिवस, धर्म सनातन ख़ास॥ मिले शान्ति सुख सम्पदा, मिटे विघ्न दुख ताप। पूजें श्रद्धा भ…
वसंत पंचमी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
शुक्लपक्ष दिन पञ्चमी, वासंती मधुमास। सरस्वती पूजन सविधि, अरुणिम ज्ञान प्रभास॥ करो कृपा माँ शारदे, मिटा त्रिविध मन पाप। सदाचार जीवन चरि…
सरस्वती वंदना - दोहा छंद - सुशील शर्मा
मातु शारदा आप हैं, विद्या बुद्धि विवेक। माँ चरणों की धूलि से, मिलती सिद्धि अनेक॥ झंकृत वीणा आपकी, बरसे विद्या ज्ञान। सत्कर्मों की रीति…
रखकर तो देखो कभी - दोहा छंद - मनोज कामदेव
रखकर तो देखो कभी, सूरज से संबंध। फैलेगी संसार में, तेरी भी यश गंध॥ गली-गली में बिक रही, भूख बेबसी लाज। देख कबीरा ध्यान से, कितना सभ्य …
भारत का प्राकृतिक सौंदर्य - मनहरण घनाक्षरी छंद - राहुल राज
भारत निराला देश, देश में हैं सभी वेश, वेश भूसा जैसे संग, रंग की तरंग है। देश है कृषि प्रधान, धान गेहूँ पहचान, तान सीना खलियान, दान की …
युवा दिवस - दोहा छंद - ओम प्रकाश श्रीवास्तव
युवा दिवस है मन रहा, हिन्द देश में आज। संत विवेकानंद का, जन्मदिवस मय साज॥ गर्व सन्त पर कर रहे, भारतवासी आज। इसी सन्त ने हिन्द की, रखी …
निराकार साकार प्रभु - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
निराकार साकार प्रभु, गुण निर्गुण अस्तित्व। भजे मनुज जिस रूप में, दिखे ईश व्यक्तित्व॥ लीलाधर लीला मधुर, सगुण रूप साकार। नर नारी बहु रूप…
नया साल हो मांगलिक - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
नया साल हो मांगलिक, नई सोच नव धेय। राष्ट्रभक्ति नव शौर्य बल, पौरुष सत्पथ गेय॥ भूल सकल अवसाद को, घटना घटित अतीत। नव उमंग नव चिन्तना, बढ…
अटल बिहारी वाजपेयी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
करूँ अटल सादर नमन, भारत रत्न प्रणाम। अर्पित है श्रद्धा सुमन, महापुरोधा नाम॥ कालजयी योद्धा प्रखर, राजनीति अतिश्रेष्ठ। विश्व महानायक शिख…
सीता - मत्तगयंद सवैया छंद - सुशील कुमार
राम गए वनवास तो राम के साथ में साथ निभा गई सीता, प्रेम पुनीत चराचर में सचराचार को बतला गई सीता। सीय को सीय बनाया जो राम तो राम को राम …
मायूस - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
गिरी अचानक आपदा, भाग्य रहे हम कोस। धरे हाथ पर हाथ हम, करते बस अफ़सोस॥ मिले राह गुमराह को, नई सीख हर हार। बने धीर साहस सबल, मिले धार पत…
पूजन छठ रवि अर्चना - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज' | छठ पूजा पर दोहे
पूजन छठ रवि अर्चना, माँगूँ मैं भगवान। कतरा-कतरा रक्त तनु, करूँ राष्ट्र बलिदान॥ पल-पल जीवन दूँ वतन, यत्न देश निर्माण। रखूँ दर्द सम्वेद…
दीप जले सद्भावना - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज' | दिवाली पर दोहे
दीप जले परहित मदद, बचपन ज्ञानालोक। मिटे अंधेरा दीनता, भूख प्यास तम शोक॥ सागर मंथन से प्रकट, धन्वन्तरि भगवान। दीप जले जय सुख विभव, ख़ुशि…
उचित सम्मान - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
मातु पिता गुरु श्रेष्ठ को, सदा उचित सम्मान। सच में संजीवन बने, करते जीवन दान॥ सदाचार शिक्षण मिले, शिक्षा नैतिक ज्ञान। मानवीय मूल्यक सद…
रच दे पौरुष राष्ट्र हित - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
रचना कविता काकिली, करे वक्त का गान। दशा दिशा सुख दुख यथा, करती कर्म बखान॥ नवप्रभात नव प्रगति पथ, रचो कीर्ति अभिराम। क्या पाया क्या …
नव हिन्दी नव सर्जना - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज' | हिंदी दिवस पर दोहे
माथे की बिंदी वतन, हिंदी है अविराम। हिन्दीमय सारे जहाँ, भारत है सुखधाम॥ प्रमुदित है संस्कृत सुता, पुण्य दिवस पर आज। हिन्दी हिन्दुस्…
रक्षा बन्धन या राखी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज' | रक्षाबंधन पर दोहे
आज श्रावणी पूर्णिमा, राखी का त्यौहार। उत्सव भाई बहन का, प्रेम सरित रसधार॥ कच्चा धागा प्रेम का, पक्का धागा प्रीति। भाई बहन अद्भुत मिलन,…
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