संदेश
वसंत पंचमी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
शुक्लपक्ष दिन पञ्चमी, वासंती मधुमास। सरस्वती पूजन सविधि, अरुणिम ज्ञान प्रभास॥ करो कृपा माँ शारदे, मिटा त्रिविध मन पाप। सदाचार जीवन चरि…
सरस्वती वंदना - दोहा छंद - सुशील शर्मा
मातु शारदा आप हैं, विद्या बुद्धि विवेक। माँ चरणों की धूलि से, मिलती सिद्धि अनेक॥ झंकृत वीणा आपकी, बरसे विद्या ज्ञान। सत्कर्मों की रीति…
बुद्धि विवेक सृजन की देवी - गीत - उमेश यादव
बुद्धि विवेक सृजन की देवी, ज्ञान का विस्तार है। प्रज्ञा माता, माँ गायत्री, आपकी जय जय कार है॥ नवयुग की अरुणोदय वेला, नवल सृजन का शंख ब…
सरस्वती वंदना - कविता - गणेश भारद्वाज
हे हंस वाहिनी, ज्ञान दायिनी मुझ पर अपनी कृपा करो मैं भी हूँ तेरा सेवक माता माँ मेरा भी कल्याण करो। मेरे मन की बात सुनो माँ कलम में मेर…
मॉं ज्ञानदेय - कविता - महेन्द्र सिंह कटारिया
करूँ मॉं आराधना तेरी, वंदना स्वीकार कर लेना। निज चरणों में दे शरण, भण्डार ज्ञान से भर देना। इस अनभिज्ञ दुनिया में, श्रेष्ठ संस्कार सब …
हे हंसवाहिनी माता - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
हे हंसवाहिनी माता! अब हम पे रहम करना। हम तेरे ही बालक हैं, माँ हमपे करम करना। सुन मेरी करुण कहानी, माँ दूर करो नादानी। मैं दुर्बल सठ अ…
वसन्त पञ्चमी - कविता - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
नव वसन्त तिथि पञ्चमी शुभा, पावन दिन मधुमास मधुर है। पूजन अर्चन विनत ज्ञानदा, विद्याधन अभिलास मधुर है। सरस्वती माॅं भारत मुदिता, हंसवाह…
हे मधुमास! ऋतुपति बसंत - कविता - राघवेंद्र सिंह
हे मधुमास! ऋतुपति बसंत, आओ राजा हे अधिराज! हे मधुऋतु! हे कुसुमाकर प्रिय! आओ बासंतिक पहन ताज। आ गया माघ का शुक्ल पक्ष, आ गई पंचमी तिथि …
बसंत - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
ऋतुराज बसंत जब आता है, संग माँ सरस्वती को लाता है। माघ मास शुक्ल पक्ष को, बसंत पंचमी भी साथ लाता है। माँ धवलधारिणी, माँ ज्ञानदायिनी, म…
माँ शारदे की चरणों में - गीत - प्रवीन 'पथिक'
हे माँ! इतनी शक्ति दो, उर में अगाध भक्ति दो। कि तुझसे दूर न जाऊँ मैं, बस तुझको दिल में पाऊँ मैं। हो जाए यदि राह भ्रमित, दुनिया की लुभा…
हे वीणा वादिनी स्वागत बारंबार है - कविता - आशीष कुमार
हम बच्चों को सबसे प्यारा वसंत पंचमी त्यौहार है, हे वीणा वादिनी शारदे मैया स्वागत बारंबार है। निर्मल मन से मूर्ति बैठाते विधि विधान से …
हे माता! अभिनंदन - कविता - गोपी नाथ कृष्ण
हे विद्या की देवी! तेरे चरणों का वंदन। हे माता! अभिनंदन, अभिनंदन, अभिनंदन।। न फ़ोटो न मूर्ति करूँ कैसे पूजा, न देवा न देवी सिवा तेरे दू…
ज्ञान दायनी माता मेरी नैया पार लगा दो - कविता - डॉ॰ कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
दूर-दूर तक तम ने अपनी, चादर है फैलाई। तरस रहे हम उजियारे को, तम ने कला दिखाई। तम को दूर भगा दो अम्बे ज्ञान का दीप जला दो। ज्ञान दायनी …
माँ शारदे को प्रथम नमन - कविता - गणपत लाल उदय
हम वंदन करते सर्व प्रथम तेरे नाम का, पूजा-पाठ हम करते सरस्वती मात का। आ जाओ मेरे कंठो में मातेश्वरी शारदा, हृदय विराजो लाज रखो इस दास …
सरस्वती वन्दना - कविता - अनिल भूषण मिश्र
हे ज्ञानदायिनी बुद्धिदायिनी माँ सरस्वती तुम हो कितनी महान, नहीं कोई कर सकता इसका बखान। त्रिभुवन तुम्हारी आभा से है चमक रहा, तुम्हारा द…
सरस्वती वंदना - कविता - डॉ॰ रवि भूषण सिन्हा
माँ तेरे पैरों पर, शब्दों का फूल चढ़ाता हूँ। तेरे सम्मुख, अपनी लेखनी अर्पित करता हूँ। ह्रदय से मैं तुझे, नमन बार-बार करता हूँ। अपने अ…
नमन शारदे माता - सार छंद - ओम प्रकाश श्रीवास्तव "ओम"
हे शारदे नमन है तुमको, कृपा दिखाओ माता। समझ अज्ञानी अत्याचारी, माफ़ी दे दो माता।। एक एक कण में रहती तू, बन के शीतल छाया। इस जीवन का सार…
माँ शारदा स्तुति - लावणी छंद - महेन्द्र सिंह राज
माँ के चरणों की धूली को, हम निज शीश चढा़ते हैं। उनके चरणों में हम सब नित, अपना शीश झुकाते हैं।। हे मातु शारदे तेरा कर, जिस पर भी पड़…
सरस्वती वंदना - गीत - सरिता श्रीवास्तव "श्री"
शारदे माँ शारदे कमलासना शारदम् वन्दने माँ वन्दने पद्मासना वन्दनम्।। विद्या वरदान प्रदान, ज्ञान का विस्तार कर अमिय सा रस पान, तमस का न…
माँ शारदे को प्रथम नमन - गीत - रमाकांत सोनी
माँ तेरे दरबार आया हूँ, गीतों का गजरा लाया हूँ, कृपा माँ तेरी पाया हूँ, खिल रहा शब्दों का चमन है, माँ शारदे को प्रथम नमन है। लफ़्ज़ों …
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